ई-कॉमर्स जगत में क्रिप्टो सबसे अहम शब्दों में से एक बनकर उभरी है। पहले टेक्नोलॉजी के प्रति झुकाव रखने वाले लोगों के लिए किसी विशिष्ट निवेश विकल्प के तौर पर देखे जाने वाले वैश्विक क्रिप्टो मुद्रा बाज़ार के 2030 तक $29 करोड़ तक पहुँचने का अनुमान है। यह अविश्वसनीय ग्रोथ यह दर्शाती है कि धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ते हुए डिजिटल मुद्राएँ मुख्यधारा की स्वीकृति और इस्तेमाल की ओर बढ़ रही हैं।
रोज़मर्रा की गतिविधियों का ऑनलाइन जगत की ओर बढ़ते झुकाव के चलते किसी आते-जाते ट्रेंड के बजाय एक मूल्यवान एसेट के तौर पर वर्चुअल मुद्रा की धारणा को आकार देने में ई-कॉमर्स एक अहम फ़ैक्टर बन चुका है।
इस लेख में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि क्रिप्टो को भुगतान विधि के तौर पर स्वीकार करने में ई-कॉमर्स की कोई दिलचस्पी है या नहीं, उसके क्या-क्या फ़ायदे हैं, और क्रिप्टो भुगतानों के अलावा उसके क्या व्यावहारिक उपयोग हैं।
प्रमुख बिंदु
- आने वाले समय में ई-कॉमर्स जगत में भुगतान विधि और व्यापक इस्तेमाल के लिए Bitcoin और अन्य क्रिप्टो मुद्राएँ भारी संभावनाओं से लैस होंगी।
- डिजिटल मुद्राओं की बदौलत ई-कॉमर्स फ़र्म्स अंतर्राष्ट्रीय भुगतानों, सुरक्षा, और कम शुल्क जैसे फ़ायदों का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
क्या क्रिप्टो मुद्रा बड़े पैमाने पर बाज़ार को लुभा सकती है?
इसे अपनाने की अप्रत्याशित प्रकृति के चलते क्रिप्टो मुद्रा बाज़ार के आकार का हिसाब लगाना चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। वैश्विक क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में यह खुलासा किया गया है कि 2021 के Q2 में आज तक की सबसे बड़ी एडॉप्शन दर दर्ज की गई थी। लेकिन तब से क्रिप्टो बाज़ार में स्वामित्व स्तरों में बड़े-बड़े उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। कुछ हद तक इसका श्रेय बाज़ार के अस्थिर स्वभाव और उसकी समूची आर्थिक स्थिति को लेकर चिंताओं को जाता है।
2023 की क्रिप्टो मुद्रा एडॉप्शन और कंज़्यूमर सेंटिमेंट रिपोर्ट में पाया गया कि 2022 में अमेरिकी वयस्कों में स्वामित्व दरें 33% से घटकर 30% रह गई थीं। फिर भी वर्चुअल मुद्राओं और क्रिप्टो सेक्टर को लेकर ग्राहक जागरूकता में काफ़ी सुधार आया है। 60% आबादी का मानना था कि वह इस अवधारणा से वाकिफ़ है।
खासकर वेबसाइट प्लग-इन्स और ओपन API प्रणालियों के माध्यम से टेक्नोलॉजी के और भी व्यापक रूप से उपलब्ध हो जाने के चलते यह इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा उपयोग में भारी उछाल की अच्छी खासी संभावना की ओर इशारा करता है।
ई-कॉमर्स और क्रिप्टो — सहजीवी संबंध
दिन पर दिन क्रिप्टो निवेशकों की बढ़ती संख्या और वर्चुअल मुद्राओं के सेलिंग पॉइंट्स के बारे में होने वाली ज़्यादा चर्चाओं के बावजूद ई-कॉमर्स में वर्चुअल धन का इस्तेमाल अभी भी काफ़ी सीमित ही है।
क्रिप्टो मुद्रा एडॉप्शन और कंज़्यूमर सेंटिमेंट रिपोर्ट के अनुसार, खासकर ऑनलाइन लेन-देन के लिए सिर्फ़ 13% क्रिप्टो दीवानों ने ही क्रिप्टो मुद्राओं में निवेश किया है। इसकी तुलना में 38% लोगों ने बुनियादी टेक्नोलॉजी में अपनी दिलचस्पी के कारण निवेश किया है।
जैसे-जैसे रुकावटों को हटाकर ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म ग्राहक अनुभव में सुधार लाने की कोशिश कर रहे हैं, वैसे-वैसे धीमी और जटिल भुगतान प्रणालियों की खामियाँ ग्राहकों के सामने और भी स्पष्ट होती जा रही हैं।
उपभोक्ताओं की ओर से सहज डिजिटल शॉपिंग की बढ़ती माँग के चलते क्रिप्टो लेन-देन को सुव्यवस्थित करने के लिए क्रिप्टो मुद्रा एक ज़्यादा लुभावनी टेक्नोलॉजी के तौर पर उभरने की दिशा में बढ़ती जा रही है। पारंपरिक बैंकिंग संस्थानों में घटते भरोसे के साथ उपभोक्ता अवधारणा में आने वाला यह बदलाव क्रिप्टो मुद्रा के प्रति नज़रिए और उसके इस्तेमाल में संभावित बदलाव का मंच तैयार कर रहा है।
ई-कॉमर्स व्यवसायों के लिए क्रिप्टो मुद्रा को स्वीकार करने के क्या फ़ायदे हैं?
क्रिप्टो भुगतान ई-कॉमर्स व्यवसायों को सिर्फ़ डेबिट/क्रेडिट कार्ड या बैंक ट्रांसफ़र पर निर्भर करने वाले अपने पियर्स पर बढ़त प्रदान करते हैं। क्रिप्टो मुद्रा भुगतानों को अपनाकर इन अहम फ़ायदों को अंगीकार किया जा सकता है:
1. सीमा-पार लेन-देन
इसका कारण काफ़ी स्पष्ट है: कई सारी भुगतान विधियाँ मुहैया कराकर आपका ई-कॉमर्स स्टोर ग्राहकों को काफ़ी लचीलापन मुहैया करा सकता है। लेकिन सभी देशों में कुछ खास प्रकार के क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के अनुपलब्ध होने पर वैश्विक ग्राहक आधार का भरपूर लाभ उठाना चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
कई पारंपरिक वित्तीय विकल्पों के विपरीत क्रिप्टो मुद्राओं का पलड़ा ज़्यादा भारी होता है क्योंकि उन्हें दुनिया भर में कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है। इसका प्रमुख कारण क्रिप्टो नियमों का न होना है। क्रिप्टो भुगतान स्वीकार करने या फिर अंतर्राष्ट्रीय सप्लायरों के साथ काम करने के लिए सीमा-पार कॉमर्स का जोखिम उठाने पर विचार करने वाले ब्रैंड्स डिजिटल एसेट्स पर गंभीरता से विचार कर सकते हैं।
2. कम व्यापारी शुल्क
क्रेडिट कार्ड्स या कॉन्टैक्टलेस भुगतानों जैसी परंपरागत भुगतान विधियों को प्रोसेस करते समय व्यापारियों को अक्सर भारी लेन-देन शुल्क का बोझ उठाना पड़ता है। उनके प्रॉफ़िट मार्जिन को ये शुल्क भारी रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
दूसरी तरफ़, क्रिप्टो मुद्रा भुगतान स्वीकार कर व्यापारी इन शुल्कों से बच सकते हैं। वह इसलिए कि भुगतान गेटवे कोई भी क्यों न हो, क्रिप्टो मुद्राएँ ट्रेडिंग के लिए शुल्क नहीं लेतीं। इसके चलते ग्राहकों को कम कीमतें अदा करनी पड़ती हैं, खासकर अगर व्यापारी शुल्क से हुई बचत का फ़ायदा व्यापारी ग्राहकों को भी मुहैया कराएँ।
3. सुरक्षा
एक विकेंद्रीकृत लैजर प्रणाली को लिवरेज कर क्रिप्टो मुद्राएँ एक्सीक्यूट हुए किसी लेन-देन को अनडू या रद्द करना बेहद चुनौतीपूर्ण बना देती हैं। खासकर ऑनलाइन शॉपिंग की बढ़ती वॉल्यूम के संदर्भ में व्यापारियों और ग्राहकों, दोनों ही को सुरक्षा का एक बेहतर स्तर प्रदान कर धोखाधड़ी या चोरी-चकारी के खिलाफ़ यह फ़ीचर बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है।
ई-कॉमर्स धोखाधड़ी के अनुमानों के अनुसार 2023 तक ई-कॉमर्स धोखाधड़ी में $480 करोड़ का नुकसान हो चुका है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर चार्जबैक के खिलाफ़ सुरक्षा और पुख्ता हो जाती है, क्योंकि ग्राहक नेटवर्क से लेन-देन को उलटने का अनुरोध नहीं कर सकते, जिससे डिजिटल जगत में सुरक्षा के समूचे फ़्रेमवर्क में सुधार आ \जाता है।
ई-कॉमर्स में क्रिप्टो मुद्रा का किन मामलों में इस्तेमाल किया जा सकता है?
ई-कॉमर्स में डिजिटल मुद्रा से भी बढ़कर भूमिका निभाने वाली क्रिप्टो कई उभरते डिजिटल भुगतान समाधानों और कार्ड-लिंक्ड प्रोग्रामों के साथ प्रतिस्पर्धा करती हैं। एक एसेट के तौर पर अपनी विकेंद्रीकृत प्रकृति और वर्सटिलिटी के चलते ब्रैंड अनुभव को बेहतर बनाकर एक अनूठा प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्रदान करने वाले विभिन्न पहलों में उनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
वफ़ादारी अभियान
ई-कॉमर्स जगत में वफ़ादारी प्रोग्रामों की भरमार तो है, लेकिन सक्रिय भागीदारी बनाए रखने के लिए इनमें से कई प्रोग्रामों में कथित वैल्यू की ज़रूरत होती है। फ़्लैट डिस्काउंट और बर्थडे गिफ़्ट जैसे पारंपरिक तौर-तरीके आम हो गए हैं व इन्हें लगभग हर वफ़ादारी प्रोग्राम में पाया जा सकता है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ग्राहकों को इनाम देने के लिए क्रिप्टो एक सुरक्षित और इनोवेटिव तरीका मुहैया कराते हैं। ब्लॉकचेन की विकेंद्रीकृत प्रकृति यह सुनिश्चित करती है कि वफ़ादारी टोकनों या स्टोर क्रेडिट से कोई छेड़छाड़ या उन्हें चोरी न किया जा सके, जिससे सदस्यों में भरोसा पैदा होता है। इनाम स्ट्रक्चरों को लगातार एडजस्ट करने वाले ब्रैंड्स के चलते क्रिप्टो-आधारित इनाम यह सुनिश्चित करते हैं कि ग्राहकों के साथ सही सुलूक किया जाए और उन्हें वफ़ादारी प्रोग्रामों में शामिल होने की पुख्ता वजहें दी जाएँ।
Web 3.0 पहल
मेटावर्स और वर्चुअल शॉपिंग में ब्रैंड्स की बढ़ती संख्या को मद्देनज़र रखते हुए शॉपरों को भाग लेने और सक्रिय रूप से ज़्यादा खरीदारी करने के लिए लुभाने में क्रिप्टो मुद्रा एक बेशकीमती एसेट के तौर पर उभरा है। कलेक्टेबल्स और वर्चुअल मुद्राओं को शामिल करने से उपभोक्ताओं के लिए मेटावर्स इंटरैक्शन ज़्यादा दिलचस्प और वास्तविक हो जाता है, जिसके चलते इस अनूठे प्लेटफ़ॉर्म के साथ जुड़ने के फ़ायदों को वे भुना पाते हैं।
उदाहरण के लिए आज विभिन्न उद्योगों के कई कंपनियाँ मेटावर्स के साथ-साथ Web 3.0 और NFT टेक्नोलॉजियों से जुड़ी हर चीज़ में दिलचस्पी ले रही हैं। इसलिए क्रिप्टो मुद्रा एसेट्स का इस्तेमाल कर कंपनियों की भौतिक प्रोडक्ट्स के लिए टोकनों को खरीदकर ट्रेड किया जा सकता है, जिससे क्रिप्टो के चाहने वालों के लिए एक क्लोज़्ड लूप तैयार हो जाता है।
सच्चाई का सत्यापन
डेटा के सटीक रिकॉर्ड मुहैया कराकर क्रिप्टो मुद्राएँ विविध उत्पादन और फ़ुल्फ़िल्मेंट ऑपरेशन्स ऐप्लीकेशन्स को इनेबल कर देती हैं। उदाहरण के लिए टोकनों और सीरियल नंबरों का इस्तेमाल कर प्रोडक्ट उत्पादन को ट्रैक किया जा सकता है, जिससे ग्राहकों को सप्लाई चेन में बेजोड़ विसिबिलिटी प्राप्त होती है।
जिस ज़माने में फ़र्ज़ी सामान और अनैतिक उत्पादन प्रथाओं पर बारीकी से नज़र रखी जा रही है, क्रिप्टो मुद्रा सभी अवैध गतिविधियों से आपकी रक्षा करती है। इससे अपने ग्राहकों की पारदर्शिता और ईमानदारी के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता जगज़ाहिर हो जाती है।
बाज़ार का विकास
क्रिप्टो के उत्थान ने ई-कॉमर्स जगत में काफ़ी उथल-पुथल मचाकर खास तौर पर क्रिप्टो मुद्राओं में डील करने वाले विशिष्ट बाज़ार स्थापित कर दिए हैं। पियर टू पियर नेटवर्कों पर चलने वाले ये प्लेटफ़ॉर्म फ़िएट मुद्राओं की तुलना में व्यापारियों को बेहतर सुरक्षा सावधानियों और कम ऑपरेशनल खर्च जैसे फ़ायदे प्रदान करते हैं।
पारंपरिक बाज़ारों की तुलना में अपेक्षाकृत सीमित प्रतिस्पर्धा के चलते विक्रेताओं और छोटे-छोटे व्यवसायों के लिए अपने सेलिंग चैनलों में विविधता लाकर अपने मार्केट शेयर का विस्तार कर नए ग्राहक आधारों से पूछताछ करने का वे एक कमाल का अवसर प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
भुगतान विधि के तौर पर क्रिप्टो स्वीकार करने वाली कंपनियों के पास वितरित लैजर टेक्नोलॉजी के साथ-साथ अन्य क्रिप्टो इनोवेशनों का लाभ उठाने का अनूठा अवसर होता है। उपर्युक्त फ़ायदों के अलावा, ई-कॉमर्स सेक्टर के भावी विकास के लिए क्रिप्टो भुगतान अच्छी-खासी संभावनाओं से भी लैस होते हैं।