2020 के दशक में भुगतान प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भारी विकास देखने को मिला है, जिसके चलते क्रिप्टो भुगतान समाधानों को अपनाने वाली गैर-ब्लॉकचेन कंपनियों का एक नया बाज़ार-सा तैयार हो चला है। नतीजतन, एक फ़िएट विकल्प के तौर पर क्रिप्टो का वैश्वीकरण बेहद तेज़ हो गया है, जहाँ 50 करोड़ से ज़्यादा क्रिप्टो मालिक विभिन्न खरीदारियों पर अपनी वर्चुअल मुद्राओं को खर्च करने के लिए तैयार हैं।
यह कोई रहस्य नहीं है कि 2024 में अपनी आय की संभावित स्ट्रीम्स का विस्तार करने के लिए क्रिप्टो भुगतान स्वीकार करना एक व्यावहारिक रणनीति है। लेकिन भुगतान प्रोसेसिंग की आपकी आवश्यकताओं के लिए कौनसा मैकेनिज़्म सबसे बेहतरीन साबित होगा? ओपन सोर्स भुगतान गेटवे का विश्लेषण कर उसके नफ़े-नुकसान पर प्रकाश डालने वाला यह लेख इस अहम सवाल का जवाब देगा।
प्रमुख बिंदु
- दुनियाभर में क्रिप्टो के माध्यम से की जाने वाली खरीदारी में आने वाली बढ़ोतरी के चलते क्रिप्टो भुगतान गेटवेज़ वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो गए हैं।
- बाज़ार में तीन प्रमुख गेटवे विकल्प उपलब्ध हैं – इन हाउस समाधान, वाइट लेबल सॉफ़्टवेयर, और ओपन सोर्स विकल्प।
- ओपन सोर्स समाधान कागज़ पर एकदम निःशुल्क होते हैं व उनकी बदौलत व्यवसायों की टाइम टू मार्केट अवधि में गिरावट आ सकती है।
- लेकिन ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर अक्सर जटिल होते हैं व उनमें सुरक्षा फ़ीचर और उपयुक्त दस्तावेज़ीकरण का अभाव होता है।
क्रिप्टो भुगतान गेटवे अहम क्यों होते हैं?
ऑनलाइन भुगतान इंडस्ट्री में दुनियाभर में भारी विकास देखने को मिला है। ई-कॉमर्स व्यवसायों ने तो रिटेल उद्योग में उथल-पुथल ही मचा दी है। आज ज़्यादातर प्रोडक्ट्स और सेवाओं को ऑनलाइन बेचा और खरीदा जा सकता है, और साल दर साल क्रिप्टो भुगतान इस डिजिटल बाज़ार में अपने पैर पसार रहे हैं। 2024 तक लगभग 15,000 बड़े व्यवसाय भुगतान के एक वैध विकल्प के तौर पर क्रिप्टो को अपना चुके हैं।
लेकिन क्रिप्टो लेन-देन प्रोसेसिंग क्षमताओं को इंटीग्रेट करने के लिए व्यवसायों को अपना खुद का भुगतान गेटवे प्राप्त करना होता है। व्यवसायों के लिए तीन अलग-अलग विकल्प होते हैं: शून्य से अपनी खुद की भुगतान प्रोसेसिंग प्रणाली विकसित करना, किसी भुगतान गेटवे प्रदाता के साथ साझेदारी करना, या फिर ओपन सोर्स भुगतान सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करना।
इन हाउस विकल्प अक्सर उन बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए उपयुक्त होते हैं, जिनके पास इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पहले से ही पर्याप्त संसाधन और एक समर्पित प्रोग्रामिंग विभाग मौजूद है।
इसके आनुपातिक फ़ायदों को मद्देनज़र रखते हुए औसत कंपनियों के लिए यह उपक्रम कुछ ज़्यादा ही महँगा साबित हो सकता है। तीसरी पार्टियों द्वारा मुहैया कराए जाने वाले वाइट लेबल भुगतान गेटवे ज़्यादा किफ़ायती विकल्प होते हैं, लेकिन मुद्रा विकल्पों की विविधता और भुगतान प्रोसेसिंग की गति के मामले में उनकी अपनी सीमाएँ होती हैं। फिर भी, किफ़ायती गेटवे शुल्क वसूलकर तीसरी पार्टी वाले गेटवे प्रदाता छोटी-छोटी कंपनियों को फ़टाफ़ट संतुष्ट कर सकते हैं।
तीसरा विकल्प, यानी कि ओपन सोर्स गेटवे, इन दोनों ही मैकेनिज़्मों के कुछ फ़ायदों का मिश्रण होता है। लेकिन विरासत में इसे उनकी कई खामियाँ भी मिलती हैं। आइए उसके बारे में चर्चा करते हैं।
ओपन सोर्स क्रिप्टो भुगतान गेटवे क्या होता है?
ओपन सोर्स गेटवे इंटरनेट पर उपलब्ध एक बिल्कुल निःशुल्क क्रिप्टो भुगतान गेटवे है। यह सॉफ़्टवेयर एकदम मुफ़्त है और स्टेबल इंटरनेट कनेक्शन व क्रिप्टो भुगतान गेटवे API की बुनियादी जानकारी से लैस कोई भी व्यक्ति इसे एक्सेस कर सकता है।
सॉफ़्टवेयर निर्माताओं को रॉयल्टी अदा किए बगैर ओपन सोर्स गेटवेज़ को डाउनलोड कर अपने इंफ़्रास्ट्रक्चर में इंटीग्रेट किया जा सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि फिर ओपन सोर्स गेटवेज़ के वजूद का मतलब ही क्या है। आखिरकार ऑनलाइन जगत में ठीक से बनाए गए गेटवे तो एक बहुत बड़ी बात हैं, तो फिर कोई भी उन्हें यूँ ही मुफ़्त में क्यों दे देगा?
इसका जवाब काफ़ी सरल-सा है—साझेदारियों और संभावित निवेशकों को आकर्षित करते-करते इंटरनेट पर किसी के भी साथ डिजिटल प्रोडक्ट्स साझा करने के लिए डेवलपर समुदाय अक्सर ओपन सोर्स प्रोजेक्ट रिलीज़ करता है।
लेकिन ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर की गुणवत्ता काफ़ी भिन्न हो सकती है, और इस मामले में भुगतान गेटवे भी कुछ अलग नहीं हैं। तो आइए चर्चा करते हैं उन अपेक्षित फ़ायदे-नुकसानों के बारे में, जो अपनी गेटवे इंटीग्रेशन के प्रति ओपन सोर्स नज़रिया अपनाने पर आपको प्राप्त हो सकते हैं।
ओपन सोर्स गेटवेज़ के फ़ायदे
अपनी असमान गुणवत्ता के बावजूद विश्वसनीय रूप से कम प्रारंभिक लागत की सुविधा मुहैया कराकर ओपन सोर्स गेटवे आपकी टाइम टू मार्केट अवधि में रफ़्तार ला सकते हैं। आइए जानते हैं कि आप किन-किन बातों की अपेक्षा कर सकते हैं।
कम शुल्क और ऑपरेशनल लागत
जैसाकि ऊपर उल्लिखित है, ओपन सोर्स गेटवे तीसरी पार्टियों को अदा की जाने वाली कमीशन समेत एकदम निःशुल्क होते हैं। ओपन सोर्स निर्माता किसी भी माध्यम से कोई शुल्क नहीं वसूलते क्योंकि उनका ज़ोर टेक्नोलॉजी को मुफ़्त में साझा करने पर होता है।
इसलिए कागज़ी तौर पर पर्याप्त पूंजी हासिल करने की जद्दोजहद करते बूटस्ट्रैप्ड स्टार्ट-अप्स के लिए ओपन सोर्स गेटवेज़ को अपनाना सबसे किफ़ायती विकल्प साबित हो सकता है। जहाँ ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर में सफल इंटीग्रेशन के लिए तकनीकी एडजस्टमेंट्स और प्रोग्रामिंग विशेषज्ञों की ज़रूरत होती है, उसमें किसी समर्पित IT विभाग की आवश्यकता नहीं होती। कई मामलों में सभी आवश्यक संशोधनों के लिए एकाध डेवलपर ही काफ़ी हो सकते हैं।
तेज़तर्रार टाइम टू मार्केट
क्योंकि सॉफ़्टवेयर का ज़्यादातर हिस्सा तैयार होता है व लॉन्च के लिए उसे बस कुछ संशोधनों की ही ज़रूरत होती है, ओपन सोर्स गेटवेज़ को बाज़ार में प्रवेश के लिए फ़टाफ़ट तैयार किया जा सकता है। ज़ाहिर-सी बात है कि ओपन सोर्स संशोधनों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया आपके तकनीकी विशेषज्ञों के अनुभव और आपके विशिष्ट IT इंफ़्रास्ट्रक्चर की जटिलता पर निर्भर करती है। लेकिन औसतन ओपन सोर्स गेटवेज़ में काफ़ी कम समय लगता है।
कुछ खास मामलों में मुमकिन है कि सबसे बेहतरीन ओपन सोर्स भुगतान गेटवे को लॉन्च करने के लिए किसी भारी-भरकम संशोधन की ज़रूरत ही न पड़े। ऐसे बेहतरीन हालातों में ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर उन उभरते स्टार्ट-अप्स के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प साबित हो सकता है, जिन्हें रचनात्मकता और थोड़ी ज़्यादा मेहनत कर अपने छोटे आकार की भरपाई करनी पड़ती है।
सिद्धांत बनाम वास्तविकता: ओपन सोर्स गेटवेज़ के नुकसान
ऊपर विश्लेषित फ़ायदों के बावजूद ओपन सोर्स गेटवे समाधान शायद ही कभी इच्छानुसार काम करते हों। बदकिस्मती से, ओपन सोर्स समाधानों पर कई प्रकार के भुगतान प्रोसेसिंग से संबंधित जोखिमों और तकनीकी सीमाओं की तलवार लटक रही होती है।
नतीजतन इन उपकरणों से खर्चे काफ़ी बढ़ सकते हैं, कई ऑपरेशनल त्रुटियाँ जन्म ले सकती हैं, और प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है। आइए इनपर चर्चा करते हैं।
छिपी हुई लागत और रखरखाव में आने वाली कठिनाइयाँ
हालांकि ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर में प्रत्यक्ष लागत शामिल नहीं होती, आपके द्वारा प्राप्त किए जाने वाले वर्शन की क्षमताएँ सीमित हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि कोई ओपन सोर्स समाधान एक सेल्फ़ होस्टेड क्रिप्टो भुगतान गेटवे न हो। नतीजतन अपने ओपन सोर्स इंफ़्रास्ट्रक्चर को पूरा करने के लिए आपको तीसरी पार्टी वाली भुगतान गेटवे सेवाओं की ज़रूरत पड़ेगी, जिससे निःशुल्क वर्शन का इस्तेमाल करने का कोई मतलब ही नहीं रह जाता।
इसके अलावा, ओपन सोर्स प्रोग्राम में अक्सर बग्स होते हैं और लॉन्च के बाद उन्हें तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन बग्स और गड़बड़ियों से न सिर्फ़ नियमित रखरखाव में बढ़ोतरी आ जाती है, बल्कि सेवा की गुणवत्ता में गिरावट भी आ जाती है, जिसके चलते प्रोसेसिंग अवधियों से ग्राहक निराश और भुगतान में होने वाली देरी या भुगतान के रद्द हो जाने से वे परेशान भी हो सकते हैं।
प्रोग्रामिंग जटिलता और दस्तावेज़ीकरण का अभाव
ज़्यादातर ओपन सोर्स समाधानों को नई टेक्नोलॉजियों को आज़माकर देखने के एक प्रयोग के तौर पर किसी प्रकार की क्रिप्टो भुगतान गेटवे डेवलपमेंट कंपनी द्वारा बनाया जाता है। क्योंकि ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर की प्रकृति अक्सर प्रयोगात्मक होती है, उनकी कोर प्रोग्रामिंग संरचना जूनियर या मध्यम स्तरीय डेवलपर्स के लिए बेहद जटिल साबित हो सकती है।
इसलिए कोड एडजस्टमेंट और इंटीग्रेशन प्रक्रिया में आपको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आगे चलकर सब कुछ सुलझाने के लिए आपको ज़्यादा कुशल और अनुभवी डेवलपरों को काम पर रखने की ज़रूरत पड़ सकती है, जिससे आपको और भी अधिक खर्च उठाना पड़ेगा।
आधिकारिक दस्तावेज़ों के न होने से यह गुत्थी और भी उलझ सकती है क्योंकि आपके डेवलपरों के पास पालन करने के लिए कोई दिशानिर्देश नहीं होंगे, जिससे समूची इंटीग्रेशन और सेट-अप प्रक्रिया और भी चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
सुरक्षा-संबंधी चिंताएँ
ओपन सोर्स समाधान अक्सर क्रिप्टो भुगतान गेटवे, GitHub सॉफ़्टवेयर, के रूप में आते हैं। इसका मतलब यह है कि समाधान को बस GitHub रिपॉज़िटरी में अपलोड कर दिया जाता है, जहाँ से अध्ययन के लिए वह सबके लिए उपलब्ध होता है।
चयन की इस लाजवाब आज़ादी के बावजूद इसमें सुरक्षा-संबंधी कई चिंताएँ होती हैं क्योंकि कोड का अध्ययन कर कोई भी व्यक्ति उसकी कमज़ोरियों और खामियों का पता लगा सकता है। इसलिए किसी ओपन सोर्स समाधान पर विचार करते समय अतिरिक्त साइबर सुरक्षा उपायों और प्रथाओं पर आपको थोड़ी और जेब ढीली कर लेनी चाहिए।
अंतिम विचार – कौनसा क्रिप्टो भुगतान गेटवे आपके लिए सबसे बेहतरीन होता है?
हालांकि ओपन सोर्स समाधानों को मुख्यतः भुगतान इंडस्ट्री की ताज़ा खबरों में जगह मिलती है, उपर्युक्त कारणों के चलते वे काफ़ी विवादस्पद भी होते हैं। खासकर वित्तीय सेवा उद्योग में स्टैंडर्डाइज़ेशन की कमी, भारी तकनीकी जटिलता, और सुरक्षा उपाय काफ़ी बड़ी समस्याएँ हैं। वह इसलिए कि इस उद्योग में उपयोगकर्ता अपने खातों को कंपनियों को सौंप देते हैं।
तो बाज़ार में सबसे किफ़ायती विकल्प होने के बावजूद ओपन सोर्स गेटवे समाधानों की ऐसी कई खामियाँ हैं, जिनके चलते अंत में भुगतान प्रोसेसिंग का वे सबसे महँगा मैकेनिज़्म भी बन सकते हैं।
इसलिए वाइट लेबल क्रिप्टो भुगतान गेटवे पर अधिक खर्च करने की सलाह दी जाती है। हालांकि यह विकल्प शुरुआत में काफ़ी ज़्यादा महँगा साबित होता है, सुरक्षा, रखरखाव और तकनीकी सपोर्ट में बचने वाली लागत से ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर से हो सकने वाली बचत की भरपाई ही नहीं, बल्कि उससे ज़्यादा बचत भी हो सकती है।